हम राजनीति की
बात कर रहे है लेकिन अपने देश में हमें उन गरीबो और लाचार नागरिको के बारे में भी
समेकित प्रयास करने होंगे जिनके पास आज जीवन यापन के पर्याप्त साधन नहीं है जो
इंसान मेहनत मजदूरी करके दो वक्त की रोटी कमाते है उनका भला जो इंसान कर सके वही
मानवता का सच्चा पुजारी होता है इसलिए यदि हम अपने जीवन में मजबूर और गरीबो के
उत्थान के लिए कुछ काम कर सकें तो हमारा मानव के रूप में जन्म लेना सार्थक होगा |
देश का सही विकास
वही है जिसमे हर इंसान को जीने के अवसर मिले शिक्षा और रोजगार का मौलिक अधिकार
मिले यही मानवता का तकाजा है .....||
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