Wednesday 14 August 2013

हाय रे नशा !!! …… नशा लोगो के खुद की गुणवत्ता भुला देता है | 

पिछले कुछ दिनों से मैं और मेरे दोस्त एक इंसान को ढूंढ रहे थे, एक सूचना प्राप्त करने के लिए | आज जब वो इंसान हमारे हाथ लगा हमें अपनी जानकारी भी मिल गयी सही तरह से | लेकिन दुख इस बात की हुई कि उसने एक कीमती खबर देने की कीमत बस 500 रूपये रखी, बस एक बोतल शराब के लिए | जब हमने पूछा कि आप इस काम की कीमत एक बोतल शराब क्यों रख रहे हैं, वही एक घिसी पिटी जवाब सुनने को मिला - “बस शराब पी कर दिमाग चलता है” | यह बहुत साधारण विषय है, हम रोज़ देखते है, लेकिन दुख इस बात की होती है कि लोगों को अपनी खुद की ही गुणवत्ता पता नहीं | कई इंसान नशे में इतना चूर रहते हैं कि उन्हें अपने काम की ही कीमत पता नहीं चलता है |

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