Tuesday 13 August 2013

लड़ो या मरो .... बस यही दो रास्ते बचते हैं ....... और कोई चारा नहीं | प्रतिवाद ज़रूरी है अगर जीना है तो ... !

आज हमारा समाज इस कदर भ्रष्टाचार से घिर गया है की अगर कोई ऑफिसर अपना काम ईमानदारी से करता है तो वो हमारे लिए हीरो या भगवान बन जाता है .. तो सोचने वाली बात यह है की इसका मतलब हममें से अधिकांश अपना काम ईमानदारी से करते ही नहीं |

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