वक़्त के पन्नों को अगर पलट कर देखें
तो आसान नहीं होता अपनी गलतियों को परखना |
हाँ ! यह सच है हम जीवन के जद्दोजहद में आगे बढ़ तो गए,
लेकिन अनंत पीड़ा के साथ |
पीड़ा कुछ अनकही बातों की तो कुछ अनसुलझी बातों की !
आसान नहीं होता सब भूल कर जी लेना ,
लेकिन जीने का नाम भी तो कहीं न कहीं
इस दुनियावालों ने भी अतीत को भूल जाना ही सही माना है | - लिली कर्मकार
तो आसान नहीं होता अपनी गलतियों को परखना |
हाँ ! यह सच है हम जीवन के जद्दोजहद में आगे बढ़ तो गए,
लेकिन अनंत पीड़ा के साथ |
पीड़ा कुछ अनकही बातों की तो कुछ अनसुलझी बातों की !
आसान नहीं होता सब भूल कर जी लेना ,
लेकिन जीने का नाम भी तो कहीं न कहीं
इस दुनियावालों ने भी अतीत को भूल जाना ही सही माना है | - लिली कर्मकार
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