वास्तविक जीवन में एवं फ़ेसबूक पर संदेश द्वारा कई लोग मुझसे यह पूछते हैं कि “ हमें समाज के लिए कुछ करना है लेकिन क्या करूँ समझ में नहीं आता है ” ------ मुझे यह सुन कर और संदेश देख कर बहुत अच्छा अनुभव होता है कि सबमें कम से कम कुछ करने की एक ललक तो है | अगर सच में ही कोई समाज व देश के लिए कुछ करना चाहता है तो करने के लिए बहुत कुछ है -----
1. स्थानीय किसी अच्छी संस्था से जुड़ कर आप अपने इलाके में सामाजिक और राजनैतिक जागरूकता अभियान चला सकते हैं | यहाँ फिर कुछ लोग मिलकर एक समूह बना कर भी ऐसा अभियान चला सकते हैं |
2. व्यक्तिगत तौर पर अगर कुछ करना चाहते हैं तो आप किसी भी सरकारी विद्यालय में जाइए वहाँ ऐसे बहुत छात्र-छात्राएं मिलेंगे जिनमें बहुत प्रतिभाएँ हैं, लेकिन पैसे के अभाव में पढ़ाई नहीं कर सकते | अगर आप सामर्थ्यवान हैं तो एक/दो छात्र-छात्रा की पढ़ाई की ज़िम्मेदारी लीजिये, बहुत ज़्यादा नहीं देना पड़ेगा महीने में एक छात्र के पीछे सिर्फ 500 से 600 रूपये ही लगते हैं जो कि हम बहुत आसानी से वहन कर सकते हैं | अनाथ आश्रम और वृद्धा आश्रम में भी बहुत कुछ करने के लिए है , सिर्फ करने के लिए मन में ललक होनी ज़रूरी है |
3. और अगर आप चुनौती पूर्ण काम करना चाहते हैं तो जुर्म और भ्रष्टाचार के खिलाफ काम कर सकते हैं | लेकिन यहाँ अपने जीवन के साथ थोड़ा जोखिम उठाना पड़ता है | यहाँ आपको बहुत ही अच्छी संस्था के साथ जुड़ कर काम करना पड़ेगा | साथ ही सरकार और स्थानीय प्रशासन का साथ होना बहुत ज़रूरी है यहाँ पर | आप कैसे क्षेत्र से सम्बंध रखते है यह सोचना भी ज़रूरी है इस कार्य में | इस राह पर आप अकेले नहीं चल सकते | यहाँ बहुत सारी भीतरी ख़तरा रहता है |
बस इतना ही कहूँगी कि सिर्फ सोचिए मत -- कुछ करिए !! बहुत कुछ है करने के लिए | और आप जितना भी करते है उसे ज़्यादा सार्वजनिक कभी मत कीजिएगा तब आपका काम बहुत हल्का हो जाता है |
जय हिन्द , जय भारत |
1. स्थानीय किसी अच्छी संस्था से जुड़ कर आप अपने इलाके में सामाजिक और राजनैतिक जागरूकता अभियान चला सकते हैं | यहाँ फिर कुछ लोग मिलकर एक समूह बना कर भी ऐसा अभियान चला सकते हैं |
2. व्यक्तिगत तौर पर अगर कुछ करना चाहते हैं तो आप किसी भी सरकारी विद्यालय में जाइए वहाँ ऐसे बहुत छात्र-छात्राएं मिलेंगे जिनमें बहुत प्रतिभाएँ हैं, लेकिन पैसे के अभाव में पढ़ाई नहीं कर सकते | अगर आप सामर्थ्यवान हैं तो एक/दो छात्र-छात्रा की पढ़ाई की ज़िम्मेदारी लीजिये, बहुत ज़्यादा नहीं देना पड़ेगा महीने में एक छात्र के पीछे सिर्फ 500 से 600 रूपये ही लगते हैं जो कि हम बहुत आसानी से वहन कर सकते हैं | अनाथ आश्रम और वृद्धा आश्रम में भी बहुत कुछ करने के लिए है , सिर्फ करने के लिए मन में ललक होनी ज़रूरी है |
3. और अगर आप चुनौती पूर्ण काम करना चाहते हैं तो जुर्म और भ्रष्टाचार के खिलाफ काम कर सकते हैं | लेकिन यहाँ अपने जीवन के साथ थोड़ा जोखिम उठाना पड़ता है | यहाँ आपको बहुत ही अच्छी संस्था के साथ जुड़ कर काम करना पड़ेगा | साथ ही सरकार और स्थानीय प्रशासन का साथ होना बहुत ज़रूरी है यहाँ पर | आप कैसे क्षेत्र से सम्बंध रखते है यह सोचना भी ज़रूरी है इस कार्य में | इस राह पर आप अकेले नहीं चल सकते | यहाँ बहुत सारी भीतरी ख़तरा रहता है |
बस इतना ही कहूँगी कि सिर्फ सोचिए मत -- कुछ करिए !! बहुत कुछ है करने के लिए | और आप जितना भी करते है उसे ज़्यादा सार्वजनिक कभी मत कीजिएगा तब आपका काम बहुत हल्का हो जाता है |
जय हिन्द , जय भारत |
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