घर घर में यह नारा है ....
भारत देश हमारा है ...... !!!
ईमान अपना कितना बेईमान .....
फिर भी हमे कितना अभिमान … !
नेता बाबू करे हाहाकार ...
खुला छोड़ो भ्रष्टाचार का बाज़ार ... !
कर रहे है जो देश को नीलाम ...
उसके हाथो में ही आज देश गुलाम .... !
झूठ , धोखा फितरत में जिसकी ...
भारत देश हमारा है ...... !!!
ईमान अपना कितना बेईमान .....
फिर भी हमे कितना अभिमान … !
नेता बाबू करे हाहाकार ...
खुला छोड़ो भ्रष्टाचार का बाज़ार ... !
कर रहे है जो देश को नीलाम ...
उसके हाथो में ही आज देश गुलाम .... !
झूठ , धोखा फितरत में जिसकी ...
वो है अब सरकार हमारी ..... !!! – लिलि कर्मकार
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