एक राह ख़त्म होती है तो . . .
दूसरी राह पर हम चलते है . . . !
जीवन के आपाधापी में . . .
क्या खोया ... क्या पाया . . . !
कौन मिला कौन बिछड़ा . . .
पीछे मुड़ कर . . .
देखने की वक़्त किसको है . . . !
इस व्यस्तता भरी जीवन में . . . !
सब जीवन-पथ के राह में . . .
भूलते जाते है . . .
फिर भी हम जीवन को . . .
जीते जाते है . . .
एक नयी उमंग और उत्साह के साथ . . . !
मत विचार कर अब आगे . . . ,
सोचो अब हमें क्या करना है . . . !
जो आने वाले कल का पहचान होगा . . . ! - लिलि कर्मकार
दूसरी राह पर हम चलते है . . . !
जीवन के आपाधापी में . . .
क्या खोया ... क्या पाया . . . !
कौन मिला कौन बिछड़ा . . .
पीछे मुड़ कर . . .
देखने की वक़्त किसको है . . . !
इस व्यस्तता भरी जीवन में . . . !
सब जीवन-पथ के राह में . . .
भूलते जाते है . . .
फिर भी हम जीवन को . . .
जीते जाते है . . .
एक नयी उमंग और उत्साह के साथ . . . !
मत विचार कर अब आगे . . . ,
सोचो अब हमें क्या करना है . . . !
जो आने वाले कल का पहचान होगा . . . ! - लिलि कर्मकार
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