परिंदों को नहीं दी जाती
तालीम उड़ने की ..... ।
इक उम्मीद पे ही टिका है
सारा जहां ..........
उम्मीद कुछ पाने के
पहले भी रहती है ,
उम्मीद कुछ खोने के
बाद भी रहती है ......... ।
परिंदे तो खुद ही तय करते है
असमानों में अपनी उड़ान ...... ।
परिंदे को तो होता है सिर्फ ,
अपने हौसले पर विस्वास .....
उसको गिरने की कोई
परवाह नही होती ....... । - लिलि कर्मकार
तालीम उड़ने की ..... ।
इक उम्मीद पे ही टिका है
सारा जहां ..........
उम्मीद कुछ पाने के
पहले भी रहती है ,
उम्मीद कुछ खोने के
बाद भी रहती है ......... ।
परिंदे तो खुद ही तय करते है
असमानों में अपनी उड़ान ...... ।
परिंदे को तो होता है सिर्फ ,
अपने हौसले पर विस्वास .....
उसको गिरने की कोई
परवाह नही होती ....... । - लिलि कर्मकार
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