राजनैतिक या
सामजिक क्षेत्र में जब हम किसी महत्वपूर्ण पद या एक नेता की अग्रणी भूमिका में
होते है तब हमें किसी भी बयान को देते समय अपने पद की गरिमा का ध्यान अवश्य रखना
चाहिए किसी के विरुद्ध कोई टिपण्णी करते हुए शब्द चयन के प्रति सतर्कता भी अवश्य
ध्यान रखना चाहिए उच्च पदों पर आसीन व्यक्ति या नेता के साथ कई समर्थक भी जुड़े
होते है यदि वह किसी व्यक्ति के लिए अभद्र या तल्ख़ और निराधार टिपण्णी करते है तो
कभी वह उनके समर्थकों पर भी भारी पड़ सकते है इसलिए हमेशा अपने वचन और वाणी को तौल
कर और सत्यता और सभ्यता की कसौटी पर रख कर ही कोई बयान देना चाहिए |
No comments:
Post a Comment