अभी तो वक़्त है पुरुषार्थ के ओर बढ़ने का
और अपने लक्ष को प्राप्त करने का ।
अब न डर है किसी भी अँधियारे से ...
अब निर्भीक हो कर सत्य का सामना हो ।
अब तो साहसी बन उजाले की ओर बढ़ना है हमे ।
अब तो वक़्त है सांझ को अनुभव करने का
अपने अंदर के देवों को जगाने का ... !
अब वक़्त है विषय-आसक्ति त्याग का ...
सिर्फ समय है अब परम लक्ष्य प्राप्ति का । - लिली कर्मकार
और अपने लक्ष को प्राप्त करने का ।
अब न डर है किसी भी अँधियारे से ...
अब निर्भीक हो कर सत्य का सामना हो ।
अब तो साहसी बन उजाले की ओर बढ़ना है हमे ।
अब तो वक़्त है सांझ को अनुभव करने का
अपने अंदर के देवों को जगाने का ... !
अब वक़्त है विषय-आसक्ति त्याग का ...
सिर्फ समय है अब परम लक्ष्य प्राप्ति का । - लिली कर्मकार
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