Sunday 11 November 2012

किसी ने पाया सुख तो किसी ने पाया दुख ... !
कोई नहीं अपना , सभी है पराया ... !
किसी अंजाने मोड़ पर दोस्ती होती है ...
फिर वक़्त के साथ बिछड़ भी जाते है ... !
कितनी अनोखी है यह दुनिया ,
कितना अनोखा इसका साया ... ! - लिली कर्मकार

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