क्या हुया जो .......
यह दुनिया गज़ब है ...... ?
यहा तो सभी अपने
खुशी को लेकर परेशान है ..... !
साएद ये ही हमारी ......
तरक्की की आयाम है ....... !
घर दीवारों से नहीं ......
प्यार के रंग से बनती है ...... !
जरा अप भी देखे ........
कितने ज़मीनों पे ......
आपकी सुबहा होती है ...... ! - लिलि कर्मकार
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