हम सभी अपने जीवन में बहुत सारे गलतिया करते है । जब उन गलतियों की एहसास होती है तब हमे अपने आप से ही घृणा हो जाती है ओर हमारे जीवन में एक नकारात्मक सोच की प्रवाह होती है ।
लेकिन हम इंसान है गलतिया इंसान से ही होती है अपने गलतियों को स्वीकार करके अपने उन गलतियों को माफ करके जीवन में सकारात्मक सोच लेकर आगे बढ़ना ही समझदारी की काम है ..... । हमेसा अपने प्रति रहम दिल बनना चाहिए ।
हमने भी अपने जीवन में बहुत सारी गलतिया किए लेकिन अब हमने भी ठान लिए चाहें कोई कुछ भी क्यूओं न कहे मुझे अपने जीवन को सकारात्मक ढंग से ही जीना है ....!
लेकिन हम इंसान है गलतिया इंसान से ही होती है अपने गलतियों को स्वीकार करके अपने उन गलतियों को माफ करके जीवन में सकारात्मक सोच लेकर आगे बढ़ना ही समझदारी की काम है ..... । हमेसा अपने प्रति रहम दिल बनना चाहिए ।
हमने भी अपने जीवन में बहुत सारी गलतिया किए लेकिन अब हमने भी ठान लिए चाहें कोई कुछ भी क्यूओं न कहे मुझे अपने जीवन को सकारात्मक ढंग से ही जीना है ....!
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