गुमनामी में अब हमे और नहीं रहना ......
और हमे गवारा भी नहीं है छाया बनके ,
पीछे पीछे चलना ....... !
कल अगर हम मिल जायें तो यह खुश-नसीबी होगी ... !
नहीं तो यादों का ही सिलसिला चलता रहेगा ..... !
बस हमारे चाहत को ही रख लेना आपके जीवन में
एक निशानी की तरह ........ !
अब तो सिर्फ उन अनजान रास्तों की ही मर्जी हैं ....
इन बद-नसीब कदमों को वह किस राह पे ले जाये ……..
पता नहीं कौन से मोड़ पर जिन्दगी ………
हमसे आपकी साथ मांगेगी ........ ?
ना जाने जिन्दगी के सफर में किस वक़्त .......
आप मेरे प्यार की जज़्बात मांगेंगे ....... !
लेकिन यह प्यार भी कब थी ......... ?
यह तो सिर्फ एक जज़्बातों से जज़्बातों का ही खेल था ...... ! - लिलि कर्मकार
और हमे गवारा भी नहीं है छाया बनके ,
पीछे पीछे चलना ....... !
कल अगर हम मिल जायें तो यह खुश-नसीबी होगी ... !
नहीं तो यादों का ही सिलसिला चलता रहेगा ..... !
बस हमारे चाहत को ही रख लेना आपके जीवन में
एक निशानी की तरह ........ !
अब तो सिर्फ उन अनजान रास्तों की ही मर्जी हैं ....
इन बद-नसीब कदमों को वह किस राह पे ले जाये ……..
पता नहीं कौन से मोड़ पर जिन्दगी ………
हमसे आपकी साथ मांगेगी ........ ?
ना जाने जिन्दगी के सफर में किस वक़्त .......
आप मेरे प्यार की जज़्बात मांगेंगे ....... !
लेकिन यह प्यार भी कब थी ......... ?
यह तो सिर्फ एक जज़्बातों से जज़्बातों का ही खेल था ...... ! - लिलि कर्मकार
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